Kunwar Kusumesh
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Monday, November 12, 2012
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
वो मुफलिसी में था तैयार ख़ुदकुशी के लिए।
कि उसका रो रहा बच्चा है फुलझड़ी के लिए।
बहुत गरीब था वो ,कुछ नहीं खरीद सका,
बस अपने दिल को जलाया है रौशनी के लिए।
-कुँवर कुसुमेश
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें।
Friday, November 2, 2012
उफ़......................
-कुँवर कुसुमेश
उधर अपनी सरकार मंहगाई वाली .
इधर पास आने लगी है दिवाली .
मियाँ , गैस ने तो नरक कर दिया है,
कई घर में देखो सिलिंडर है खाली .
समझ में मेरे आज तक है न आया,
कि ये किस जनम की कसर है निकाली .
यही होगा इस देश में जब चुनोगे-
इलेक्शन में हर बार गुंडे-मवाली .
'कुँवर' की दुआ आप सब के लिए है,
रहे घर में बरकत,मिटे तंगहाली
.
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