Thursday, July 22, 2010

Kunwar Kusumesh



















नाम :कुँवर'कुसुमेश', ( कवि)
शिक्षा : एम. एससी.(गणित)पता : 4/738 विकास नगर , लखनऊ -226022
जन्म-तिथि : 03.02.1950
सम्प्रति : मण्डल प्रबंधक (सेवानिवृत्त)
संपर्क : 9415518546(मो)
ई-मेल : kunwar.kusumesh@gmail.com
प्रकाशन /प्रसारण : लखनऊ आकाशवाणी से प्रसारित
अँधेरे भी , उजाले भी(ग़ज़ल संग्रह) प्रकाशित, रु 75/-
पर्यावरणीय दोहे (दोहा संग्रह) प्रकाशित, रु 40/-
कुछ न हासिल हुआ(ग़ज़ल संग्रह) प्रकाशित, रु 100/-
सरल अरूज़ , मूल्य-200/-
महत्वपूर्ण संकलनों तथा पत्र-पत्रिकओं में रचनाएं प्रकाशित


स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
एक बरस में बढ़ती जाती है मंहगाई सौ सौ बार,
मंहगाई ने जी भर भर के ली अंगड़ाई सौ सौ बार |
जैसा भी है देश हमारा है , हम सब को प्यारा है ,
आज़ादी की वर्षगांठ पर तुम्हें बधाई सौ सौ बार ||

कुँवर कुसुमेश
09415518546

आजकल किसको क्या कहा जाए.......

कुँवर कुसुमेश

दौरे- मुश्किल से जो बचा जाये,
मुश्किलों में वही फँसा जाये .

ये उलट - फेर का ज़माना है,
आजकल किसको क्या कहा जाये.

वक़्त आँखे तरेर लेता है ,
कोई हल्का-सा मुस्कुरा जाये.


खुद को निर्दोष प्रूफ कर देगा,
बस इलेक्शन का दौर आ जाये.


तब तलक काम है निपट जाता,
जब तलक कोई सूचना जाये.


है 'कुँवर' इस उम्मीद पर मौला,

ध्यान तुझको मेरा भी आ जाये.







मिला है आपसे भी सिर्फ धोखा.......
कुँवर कुसुमेश

12 comments:

  1. अति सुन्दर......... अभिव्यक्ति ।
    आपकी रचनाएं पढ़कर हॄदय गदगद हो गया।
    भाव-नगरी की सुहानी वादियों में खो गया॥
    सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी

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  3. सुन्दर है.......आपकी रचनाएं !!!!

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  4. अच्छा .... तो आप लेखक भी है
    ब्लॉग का ये टेम्पलेट बिलकुल सही चुना है आपने
    बेहद सुन्दर अभिव्यक्ति
    इन भावनाओं के जल में गहरी डुबकी लगा ही ली हमने भी :)

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  5. है 'कुँवर' इस उम्मीद पर मौला,
    ध्यान तुझको मेरा भी आ जाये.


    उम्मीद पर तो दुनिया कायम है । बहुत सुन्दर रचना है आपकी। पढ़कर अच्छा लगा , आभार।
    .

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  6. पहले तो मैं आपका तहे दिल से शुक्रियादा करना चाहती हूँ मेरे ब्लॉग पर आने के लिए और टिपण्णी देने के लिए!
    बहुत सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ आपने शानदार रचना लिखा है जो काबिले तारीफ़ है! बधाई!

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  7. Aarniya sir,
    Bahut sundar bhavon ko apne badi khubsoorati ke sath abhivyakt kiya hai.
    Hardik shubhkamnayen.
    Poonam

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  8. बहुत सुन्दर भावभिव्यक्ति
    पढ़कर बेहद अच्छा लगा..आभार...बधाई!

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  9. आप जैसे गुणी व्यक्ति मेरे ब्लॉग पर पधारे उसके लिए धन्यवाद ....मुझे अभी केवल ४-५ महीने हुए हैं अपनी भावनाओं को शब्द देते हुए ... आपकी सराहना पा कर बहुत ख़ुशी हुई ...आपकी रचनाएँ बहुत पसंद आईं.. आपका बोलग फोलो किये जा रही हूँ ... धन्यवाद

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  10. आपका सादर अभिनन्दन और मेरे ब्लॉग में हार्दिक स्वागत..
    आपकी कविताओं में आज के समाज और व्यवस्था का मर्म है .. अति सुन्दर .. आपको धन्यवाद इन सुन्दर रचनाओ को शेयर करने के लिए..

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  11. अति सुन्दर......... अभिव्यक्ति ।

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