Thursday, October 24, 2013

डेंगू फीवर

-
कुँवर कुसुमेश 
डेंगू फीवर आजकल,सचमुच बड़ा विचित्र।
प्लेट-लेट गिरती बहुत,तेजी से है मित्र। । 
तेजी से है मित्र,जान संकट में डाले। 
उल्टी संग बुखार,न संभले,कौन संभाले ? 
कीवी के संग अर्क, पपाया-पत्ती पीकर।  
करते सब कंट्रोल,आजकल डेंगू फीवर। 
*****

9 comments:

  1. बहुत ही सुंदर ... दीपावली का अभिनन्दन ..मेरे भी ब्लॉग पर पधारें

    ReplyDelete
  2. बहुत सुन्दर इलाज बताया आपने कुमार कुसुमेश जी |बहुत दिनों के बाद आये |सब खरियत है ना ?
    नई पोस्ट मैं

    ReplyDelete
  3. बहुत सुन्दर … कुंडलियों संग इलाज़ ….

    ReplyDelete
  4. डेंगू का इलाज कुंडली में समाया । बहुत बढ़िया

    ReplyDelete
  5. ''पपाया.पत्ती पीकर''
    स्वास्थ्यगत समाधान के साथ-साथ काव्यगत सौंदर्य भी !

    ReplyDelete
  6. कारण निवारण एक ही रचना में ... बहुत लाजवाब ...

    ReplyDelete