Kunwar Kusumesh
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Friday, November 13, 2015
फुलझड़ी के लिए..............
वो मुफ़लिसी में था तैयार ख़ुदकुशी के लिए ।
कि उसका रो रहा बच्चा था फुलझड़ी के लिए।
बहुत ग़रीब था वो कुछ नहीं खरीद सका ,
बस अपने दिल को जलाया था रौशनी के लिए।
-कुँवर कुसुमेश
1 comment:
Onkar
November 14, 2015 at 9:06 PM
सुन्दर
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सुन्दर
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