कुँवर कुसुमेश
दीवाली के पर्व पर,बरस रहा है नूर.
अहंकार तम का हुआ,फिर से चकनाचूर.
अन्यायी को अंत में,मिली हमेशा मात.
याद दिलाती है हमें,दीवाली की रात.
घर घर पूजे जा रहे,लक्ष्मी और गणेश.
पावन दीवाली करे,दूर सभी के क्लेश.
दीवाली का पर्व ये, पुनः मनायें आज.
खूब पटाखे दागिये,धाँय धाँय आवाज़.
यश-वैभव-सम्मान में,करे निरंतर वृद्धि.
दीवाली का पर्व ये,लाये सुख-समृद्धि.
*****
शब्दार्थ: नूर=प्रकाश
शुभकामनाएं ||
ReplyDeleteरचो रंगोली लाभ-शुभ, जले दिवाली दीप |
माँ लक्ष्मी का आगमन, घर-आँगन रख लीप ||
घर-आँगन रख लीप, करो स्वागत तैयारी |
लेखक-कवि मजदूर, कृषक, नौकर व्यापारी |
नहीं खेलना ताश, नशे की छोडो टोली |
दो बच्चों का साथ, रचो मिलकर रंगोली ||
यश-वैभव-सम्मान में,करे निरंतर वृद्धि.
ReplyDeleteदीवाली का पर्व ये,लाये सुख-समृद्धि.
धनतेरस और दीपावली के पावन पर्व पर आपको हार्दिक
शुभकामनाएँ.
आपकी प्रस्तुति बहुत अच्छी लगी.
मेरे ब्लॉग पर आईयेगा,कुंवर जी.
यश-वैभव-सम्मान में,करे निरंतर वृद्धि.
ReplyDeleteदीवाली का पर्व ये,लाये सुख-समृद्धि....
बहुत सुन्दर रचना ...दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं..
दीपावली पर सुंदर दोहे
ReplyDeleteदीपावली के पावन पर्व पर आपको हार्दिक
शुभकामनाएँ.
दीपावली की हार्दिक शुभकामना कुंवर साहब!
ReplyDeleteआपकी यह उत्कृष्ट प्रविष्टि कल दिनांक 24-10-2011 के सोमवारीय चर्चामंच http://charchamanch.blogspot.com/ पर भी होगी। सूचनार्थ
यश-वैभव-सम्मान में,करे निरंतर वृद्धि.
ReplyDeleteदीवाली का पर्व ये,लाये सुख-समृद्धि.
सुंदर दोहे, सुंदर भाव।
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
बहुत ही सुंदर. दिवाली की शुभकामनायें.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर दोहे।
ReplyDeleteआप सभी को धनतेरस और दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
bahut sunder diwali ki shubhkamnayein.........
ReplyDeleteBahut khoob Kunwar sahab. hamesa ki tarah sandar aur ek message bhi.
ReplyDeletemeri taraf se aapko deepawali ki hardik subh kam naye.
खूब पटाखे दागिये,धाँय धाँय आवाज़.
ReplyDeleteअपनी रचनाओं में आप पहले पर्यावरण रक्षण की प्रेरणा दे चुके हैं और अब उसे नष्ट करने की प्रेरणा दे रहे हैं। पटाख़े बाज़ी फ़िज़ूलखर्ची अलग से है।
आप इस मौक़े पर अच्छा संदेश दे सकते थे, जिससे कि आप चूक गए हैं।
सादर ,
शुभकामनाएं !
दीवाली के पर्व पर,बरस रहा है नूर.
ReplyDeleteअहंकार तम का हुआ,फिर से चकनाचूर.
कुंवर साहब के दोहे सैदेव ही सामाजिक और पार्यावरण सचेत सन्देश देतें हैं इसी आलोक में यह पर्यावरण नाशी दोहा अखरा ,पटाखे तो अब कचेरी (कचहरी )में भी फोड़े जा रहें हैं सरे आम .फिर दिवाली पर बारूद का शोर कुत्ते बिल्ली पक्षी जगत पर बहुत भारी पड़ता है .पेट्स कई दिन बाद तक असामान्य बने रहतें हैं दमा के मरीज़ भी .शोर भी आदमी की धमनियां बंद कर रहा है रक्त चाप भी बढा रहा है .श्रवण ह्रास तो है ही .
दीप पर्व मुबारक कुंवर साहब .
अन्यायी को अंत में,मिली हमेशा मात.
ReplyDeleteयाद दिलाती है हमें,दीवाली की रात.
दीपावली पर सुन्दर दोहे ...
इस पर्व की बहुत बहुत शुभकामनायें
अद्भुत लिखा है |बहुत बहुत शुभकामनायें |
ReplyDeleteखूबसूरत कविता...दिवाली की शुभकामना
ReplyDeleteदीवाली के पर्व पर,बरस रहा है नूर.
ReplyDeleteअहंकार तम का हुआ,फिर से चकनाचूर.
वाह क्या खूब अंदाज़ में दीपावली कि शुभकानाएं
आपको व आपके परिवार को दीपावली कि ढेरों शुभकामनायें
दीपावली का यही असली अर्थ है ..
ReplyDeleteसपरिवार आपको दीपावली की शुभकामनाएं !!
deepawali ki bahut bahut shubhkamnayen
ReplyDeleteदीपावली की सार्थकता को स्थापित करती बहुत सुन्दर रचना ! आपको सपरिवार दीपावली के पुण्य पर्व पर हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeletedeepawali ki anant shubhkamnaen
ReplyDelete"यश-वैभव-सम्मान में,करे निरंतर वृद्धि.
ReplyDeleteदीवाली का पर्व ये,लाये सुख-समृद्धि"
deepavali mangalmay ho.....aapko bhi dher sari shubhkamnaayen........!!
दीपावली को समर्पित यह रचना मन को भा गई।
ReplyDeleteआपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
दीपावली सा रोशन करती हुई रचना .......दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeleteघर घर पूजे जा रहे,लक्ष्मी और गणेश.
ReplyDeleteपावन दीवाली करे,दूर सभी के क्लेश.
बहुत सुंदर ... हार्दिक शुभकामनाएं
दीपावली पर बहुत सुंदर गीत लिखा है आपने
ReplyDeleteशुभकामनाये कुसुमेश भाई !
घर घर पूजे जा रहे,लक्ष्मी और गणेश.
ReplyDeleteपावन दीवाली करे,दूर सभी के क्लेश.
धनतेरस और दीपावली के पावन पर्व पर आपको हार्दिक
शुभकामनाएँ.
अन्यायी को अंत में,मिली हमेशा मात.
ReplyDeleteयाद दिलाती है हमें,दीवाली की रात.
बहुत सुंदर गीत .
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.
waah.. ati sundar rachna...Happy Diwali.
ReplyDeleteकुंवर जी दीपावली के दोहे पढ़ कर आनंद आ गया. आप और आपके परिवार को दिवाली की ढेरों शुभ कामनाएं.
ReplyDeleteनीरज
उत्तम दोहे सर,
ReplyDeleteआपको दीप पर्व की सपरिवार सादर शुभकामनाएं....
खूबसूरत दोहे .................आपको दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनायें
ReplyDeleteवाह ...बहुत ही अच्छी प्रस्तुति, दीपोत्सव पर्व की शुभकामनाओं के साथ बधाई ।
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ ………
ReplyDeleteआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति आज के तेताला का आकर्षण बनी है
तेताला पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से
अवगत कराइयेगा ।
http://tetalaa.blogspot.com/
बहुत सुंदर दोहे दीवाली को पूरी तरह परिभाषित करते... बधाई और शुभकामनाएं !
ReplyDeleteइस सुंदर रचना के लिए बधाई और प्रकाश पर्व पर आपको शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteदीवाली के पर्व पर,बरस रहा है नूर.
ReplyDeleteअहंकार तम का हुआ,फिर से चकनाचूर.
प्रकाश पर्व को समर्पित दोहे बहुत अच्छे लगे
बढ़िया दोहे हमेशा की तरह !
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनायें !
bahut badhiya...
ReplyDeleteaapko bhi Diwali ki shubhkaamnayen...
sirf ek chhoti si baat... jo mujhe lagi... aap to bade hain, zyada jaante hain...
दीवाली का पर्व ये, पुनः मनायें आज.
खूब पटाखे दागिये,धाँय धाँय आवाज़.
ye aise bhi to ho sakta sakta tha...
diwali ka parv ye, punah manayen aaj
khoob patakhe daagiye, jisme pradooshan ho kam aur awaaz...
ise aap apne tareeke se likhte to shayad aur acchhe se nikharti ye panktiyaan...
सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteदीप हम ऐसे जलायें
दिल में हम एक अलख जगायें..
आतंकवाद जड़ से मिटायें
भ्रष्टाचार को दूर भगायें
जन जन की खुशियाँ लौटायें
हम एक नव हिन्दुस्तान बनायें
आओ, अब की ऐसी दीवाली मनायें
पर्व पर यही हैं मेरी मंगलकामनायें....
-समीर लाल 'समीर'
http://udantashtari.blogspot.com/
अन्यायी को अंत में,मिली हमेशा मात.
ReplyDeleteयाद दिलाती है हमें,दीवाली की रात.
बहुत सही और सुन्दर संदेश!
दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!
chandankrpgcil.blogspot.com
ekhidhun.blogspot.com
dilkejajbat.blogspot.com
पर कभी आइयेगा| मार्गदर्शन की अपेक्षा है|
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...दीपावली की शुभकामनाएँ|
ReplyDeleteबहुत सुंदर ...दीवाली की शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर... शुभ दिवाली...
ReplyDeleteपञ्च दिवसीय दीपोत्सव पर आप को हार्दिक शुभकामनाएं ! ईश्वर आपको और आपके कुटुंब को संपन्न व स्वस्थ रखें !
ReplyDelete***************************************************
"आइये प्रदुषण मुक्त दिवाली मनाएं, पटाखे ना चलायें"
बहुत सुन्दर.....दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteघर घर पूजे जा रहे,लक्ष्मी और गणेश.
ReplyDeleteपावन दीवाली करे,दूर सभी के क्लेश.
सुन्दर!
दीपावली की शुभकामनायें!
दिवाली पर सुन्दर रचना के लिए बधाई..
ReplyDeleteदिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं..
आभार
Aameen.. Bahut hi pyari rachna.. Badhai..
ReplyDelete-:SHUBH DEEPAWALI:-
आपको सपरिवार दीपावली की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
ReplyDeleteसादर
प्यार हर दिल में पला करता है,
ReplyDeleteस्नेह गीतों में ढ़ला करता है,
रोशनी दुनिया को देने के लिए,
दीप हर रंग में जला करता है।
प्रकाशोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!!
सब को शुभकामना,
ReplyDeleteसुख से हो सामना,
झिलमिल झिलमिल झिलमिल,
खुशियां छलके अपार।दिवाली के रंग खुशियों के संग मुबारक झिलमिल दीप ,उजास ,आस ,लक्ष्मी का प्रवास .
दीपावली शुभ और मंगलमय हो |
ReplyDeleteआशा
khoobsurat panktiyan
ReplyDeleteDeepawali ki shubh kaamnaayen
दीपावली पर केन्द्रित बहुत खूबसूरत दोहे . आभार. ज्योति पर्व के साथ-साथ गोवेर्धन पूजा और भाई दूज की आपको सपरिवार हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं .
ReplyDeleteहर शेर दीपावली की भावना लिए ... बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ में ...
ReplyDeleteआपको दीपावली की मंगल कामनाएं ...
वाह, सचमुच पावन, जगमग हो गई हमारी दीवाली.
ReplyDeleteMeri tippani kyon delete ho gai sreeman?
ReplyDeleteदेरी के लिए क्षमा....
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर रचना....
दीवाली की शुभकामनाएं....
happy diwali !!!!
ReplyDeletesundar dohe...deepawali ki shubhkamnayen...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना|
ReplyDeleteआपको तथा आपके परिवार को दिवाली की शुभ कामनाएं!!!!
बहुत सुन्दर ।मेरे पास शब्द नही हैं। शुभकामनायें।
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ..
ReplyDeletehappy Diwali..
ReplyDeletepoetry is written very well ...
I love the lines
दीवाली के पर्व पर,बरस रहा है नूर.
अहंकार तम का हुआ,फिर से चकनाचूर.
अन्यायी को अंत में,मिली हमेशा मात.
याद दिलाती है हमें,दीवाली की रात.
God Bless!
vaah bahut hi badhiya prastuti.baahar jaane ke karan der se padhi bahut sari shubhkamnayen aapo va aapke samast parivaar ko.
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