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Tuesday, April 14, 2015

बरबाद फसलें.........................


कई दिन से जारी लगातार बारिश। 
ये गर्मी के मौसम में खूंखार बारिश। 
हुई जा रही अबकी  बरबाद  फसलें,
अजी कब रुकेगी धुआँधार बारिश।। 
-कुँवर कुसुमेश 

Tuesday, September 13, 2011


हिंदी दिवस के अवसर पर 
(दो मुक्तक)

कुँवर कुसुमेश 

-१-
एक ऊंची उड़ान हिंदी है.

देश की आन-बान हिंदी है.

जो सभी के दिलों में घर कर ले,

ऐसी मीठी ज़बान हिंदी है.

-२-

हिंदी वाले लोग सभी लिख सकते हैं.

इंग्लिश वाले भी अच्छी लिख सकते हैं.

जिन्हें प्यार है अपनी हिंदी भाषा से,

कम्प्यूटर में भी हिंदी लिख सकते हैं.

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